राम मनोहर लोहिया ने कहा था कि जिंदा कौमें पांच साल इंतजार नहीं करती.. सही बात है.... और ये जिंदा कौमों के लिए एकदम सही बात है. भारत तो 65 साल से इंतजार में है.
अब अण्णा को उपवास तोड़ ही देना चाहिए... सारा भारत भ्रष्टाचार के विरुद्ध खड़ा है, बिना हेल्मेट लगाए युवा मोटर साइकिल रैली निकाल रहे हैं, वकील जो पूरा जोर लगा देते हैं मुक़दमा खींचने में, अण्णा के समर्थन में रैली कर रहे हैं., व्यापारी है, अधिकारी हैं, पार्टी लाइन को धता बता कर जनता के साँसत (शुद्ध रूप साँसद ) हैं, पत्रकार हैं, तो भई बिचारा लोकपाल किस काम का. क्या करेंगे इसका. पूरी तरह से पूरा भारत पवित्र हो चुका है, अतः हे अण्णा, आप को उपवास तोड़ ही देना चाहिए, वर्ना ये ngo वाले, जो ngo को लोकपाल से बाहर रखना चाहते हैं, आपकी जान (और नाम भी) न बचने देंगे.